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तीसरे विश्वयुद्ध के मुहाने पर दुनिया, ईरान और इजरायल के बीच चरम पर पहुंचा तनाव; अमेरिका ने भेजे युद्धपोत

Iran-Israel Tension : Iran Could Attack Israel Within 24 Hours, US Rushes Warships To Aid Ally

World is heading towards World War 3

नई दिल्ली, उज्जवल इण्डिया न्यूज़ डेस्क। Iran-Israel Tension: क्या दुनिया तीसरे विश्व युद्ध (World War 3) की तरफ बढ़ रही है? इजरायल (Israel )और ईरान (Iran) के बीच जारी तनातनी ने इसकी चर्चाएं तेज कर दी है। रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि ईरान जल्द इजरायल पर हमला कर सकता है। यह हमला रविवार को हो सकता है। हमले की आशंका के बीच भारत, फ्रांस, पोलैंड और रूस सहित कई देशों ने अपने नागरिकों को इस क्षेत्र की यात्रा न करने की सलाह दी है। उधर अमेरिका ने भी कहा है कि ईरान से हमले का खतरा वास्तविक और व्यावहारिक है।

आखिर क्यों इजरायल पर हमला करना चाहता है ईरान

इजरायल और ईरान के बीच बढ़े तनाव के पीछे पिछले सप्ताह हुई एक घटना है। दरअसल, 1 अप्रैल को युद्धक विमानों से सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर हमला किया गया था। हमले में ईरान के दो टॉप आर्मी कमांडर्स समेत 13 लोग मारे गए थे। ये सभी दमिश्क दूतावास परिसर में एक बैठक में भाग ले रहे थे। ईरान ने इस हमले का आरोप इजरायल पर लगाया था। हालाँकि इजरायल ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली थी।

हमले के बाद ईरान के नेताओं ने राजनयिक मिशन को निशाना बनाए जाने की निंदा की और इजरायल से बदला लेने की बात कही। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि इजरायल को उसके ऑपरेशन के लिए दंडित किया जाना चाहिए और किया भी जाएगा। खामेनेई ने कहा कि यह ईरानी धरती पर हमले के बराबर है।

बड़े हमले की तैयारी में जुटा ईरान

अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि इस वक्त ईरान किसी बड़े हमले की तैयारी में जुटा है। ईरान आने वाले दिनों में इजरायल के अंदर सैन्य और सरकार से जुड़े ठिकानों पर हमले का आदेश दे सकता है।

अमेरिकी खुफिया आंकलन के हवाले से आई ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट कहती है कि ईरान इजरायल के अंदर बैलिस्टिक मिसाइलों या ड्रोन का इस्तेमाल करके हमले शुरू कर सकता है। हालांकि, रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं है कि ईरान सीधे कार्रवाई करेगा या अपने प्रॉक्सी नेटवर्क का इस्तेमाल करेगा।

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट बताती है कि हमला सैन्य और सरकारी ठिकानों पर हो सकता है। सबसे बड़ा निशाना तेल अवीव में इजरायली सैन्य मुख्यालय हो सकता है। दावा है कि हमलावरों के निशाने पर हवाई अड्डे, इजरायली संसद और यरूशलेम में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कार्यालय भी हो सकते हैं।

पूरी दुनिया टेंशन में

आपको बता दें कि इजरायल (Israel) और हमास के बीच भी युद्ध अभी थमा नहीं है। ऐसे में एक और युद्ध की सुगबुगाहट से दुनियाभर में टेंशन का माहौल है। दूसरी तरफ, इजरायल ने भी ईरान को जवाब देने के लिए कमर कस ली है। अगर ईरान हमला करता है तो इजरायल भी चुप नहीं बैठेगा और वो काउंटर हमला करेगा। ऐसे में जानकारों को एक महायुद्ध की चिंता सताने लगी है।

PM Benjamin Netanyahu

हमले की चेतावनी के बीच इजरायली विदेश मंत्री ने कहा है कि अगर ईरान हमला करता है तो हम कड़ा जवाब देंगे। बीते दिनों इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने कहा, ‘जो कोई हमें नुकसान पहुंचाएगा, हम उसे नुकसान पहुंचाएंगे। हम इजरायल की सभी सुरक्षा जरूरतों को रक्षात्मक और आक्रामक दोनों तरह से पूरा करने के लिए तैयार हैं।’

अमेरिका ने इजरायल की रक्षा करने की कसम खायी

इधर अमेरिका ने भी इजरायल की रक्षा करने की कसम खा ली है। इसी कड़ी में अमेरिका ने इजरायल (Israel) को बचाने के लिए मदद भेज दी है। भूमध्य सागर में अमेरिका ने अपने युद्धपोतों को तैनात कर दिया है जो ईरान के किसी भी हमले का माकूल जवाब देने के लिए तैयार हैं।  अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Jo Biden) का कहना है कि अमेरिका इजरायल की रक्षा के लिए समर्पित हैं। हम इजरायल का समर्थन करेंगे। हम इजरायल की रक्षा करने में मदद करेंगे और ईरान सफल नहीं होगा।

Aircraft carrier strike group of US Navy

वहीँ दूसरी ओर अमेरिका ने क्षेत्र में युद्ध को रोकने के लिए अपने राजनायिक प्रयासों को भी दोगुना कर दिया है। अमेरिका स्विस चैनलों के माध्यम से लगातार ईरान को संदेश भेज रहा है। बाइडन ने अमेरिका सेंट्रल कमांड के अधिकारी जनरल माइकल कुरिला को वार्ता के लिए इजरायल भेजा है।

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