नई दिल्ली, उज्जवल इण्डिया न्यूज़ डेस्क। Arvind Kejriwal Latest News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की डाइट को लेकर हंगामा मचा हुआ है। एक दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आरोप लगाया था कि वह जमानत पाने के लिए खुद की तबियत खराब कर रहे हैं और इसके लिए वो टाइप-2 डायबिटीज होने के बावजूद तिहाड़ जेल में आलू-पूड़ी, आम और मिठाई खा रहे हैं। अब शुक्रवार 19 मार्च को केजरीवाल कोर्ट में ईडी के आरोपों का जवाब दिया है।
केजरीवाल ने क्या कहा?
अदालत में अरविंद केजरीवाल की तरफ से दलील दी गई कि अब तक घर से उन्हें जेल में 48 बार खाना भेजा गया है, जिसमें से सिर्फ तीन बार ही आम भेजे गए हैं। केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने आठ मार्च के बाद से आम नहीं खाया है। आम में ग्लाइसेमिक इंडेक्स 51 होता है, जो चावल में 73 और ब्राउन राइस में 68 ग्लाइसेमिक इंडेक्स से कम है और डाइट चार्ट के तहत उन्हें इसकी मंजूरी दी गई है।
तिहाड़ में रोजाना मिठाई खाने के दावे पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह शुगर फ्री मिठाइयां खा रहे हैं, जिससे शुगर नहीं बढ़ता है। ये शुगर फ्री मिठाइयां अब तक सिर्फ छह बार ही खाई गई हैं।
उन्होंने बताया कि शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए उन्हें एक अप्रैल के बाद से टॉफी और केले दिए जा रहे हैं जबकि मीठी चाय पीने के दावे पूरी तरह से गलत हैं। वह शुगर फ्री चाय पीते हैं और कभी मीठी चाय नहीं पी। केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने जेल में रहते हुए सिर्फ एक बार ही आलू-पूड़ी खाई है और वह भी नवरात्रि के प्रसाद के तौर पर खाई है।
कंसल्टेशन की मांग
CM अरविंद केजरीवाल ने अपने शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव के बारे में सप्ताह में तीन बार अपने मेडिकल से परामर्श लेने की याचिका गुरुवार को वापस ले ली थी। उन्होंने शुक्रवार को एक नई याचिका दायर कर हर दिन 15 मिनट के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श की मांग की। केजरीवाल ने कहा कि क्या मैं कोई गैंगस्टर हूं कि मुझे अपने डॉक्टर से 15 मिनट के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कंसल्टेंशन की भी मंजूरी नहीं दी जा सकती?
डायट की वजह से शुगर लेवल बड़ा
ED की ओर से पेश वकील ने बताया कि अरविंद केजरीवाल जो डाइट ले रहे है, वो डॉक्टर की राय के मुताबिक नहीं है. अभी जो उनका शुगर लेवल बढ़ा हुआ है, उसके पीछे वजह उनकी डायट है। इसके बाद केजरीवाल की डायट को लेकर तिहाड़ जेल ऑथारिटी ने कोर्ट में रिपोर्ट जमा कराई।
जेल प्रशासन ने क्या कहा
जेल प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल करते हुए कहा है कि जब अरविंद केजरीवाल जेल आए थे। तो उन्होंने बताया था कि वो पहले इंसुलिन ले रहे थे, लेकिन अब उन्होंने लेना बंद कर दिया है।
जेल प्रशासन ने बताया कि केजरीवाल की डाइट में फल का होना ज़रूरी नहीं है, पर वो ले रहे है। हकीकत तो ये है कि वो डॉक्टर के मुताबिक डायट ही नहीं ले रहे है। एम्स से भी हमने राय मांगी थी। एम्स के डॉक्टरो का भी कहना था कि उन्हें आम खाने से परहेज करना चाहिए। अभी केजरीवाल को जेल में इंसुलिन लेने की ज़रूरत नहीं है। अगर वो इंसुलिन लेंगे तो शुगर लेवल बहुत बुरी तरह से नीचे जाएगा।
जेल प्रशासन ने आगे बताया कि केजरीवाल को शुगर लेवल मेन्टेन रखने के लिए डाइट चार्ज फॉलो करना चाहिए। घर से आने वाला खाना डाइट चार्ट के हिसाब से होना चाहिए वरना घर के खाने को बंद करने का आवेदन दिया जाएगा।
इंसुलिन पर क्या बोली ED
ईडी की तरफ से कहा गया कि जेल के सभी कैदी बराबर हैं। किसी विशेष कैदी को निजी डॉक्टर दिया जा सकता है। इंसुलिन दिये जाने को लेकर ईडी ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल खुद कह चुके हैं कि वह इंसुलिन लेना बंद कर चुके है। ED ने विस्तृत जवाब दाखिल करने की बात कही है। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने कहा कि क्या इंसुलिन के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाए? इसपर सिंघवी ने कहा, ‘हम बस डॉक्टर से परामर्श और इंसुलिन की मांग कर रहे हैं।
बहरहाल अदालत ने सोमवार तक के लिए अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है और ईडी से शनिवार को केजरीवाल की याचिका पर जवाब दाखिल करने को कहा है।
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