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पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े नौसेना एयरबेस पीएनएस सिद्दीकी पर आतंकी हमला, भारी नुकसान की आशंका

Terrorist Attack on Pakistan's Second-Largest Naval Air Station PNS Siddique

Terrorist attack on PNS Siddique (File Photo)

इस्लामाबाद, उज्जवल इंडिया न्यूज़ डेस्क। पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े नौसेना के एयरबेस पीएनएस सिद्दीकी (PNS Siddique) पर आतंकी हमले की खबर है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सोमवार की रात आतंकी एयरबेस में घुस आए और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। साथ ही क्षेत्र में कई विस्फोटों की सूचना मिली है। इस हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की मजीद ब्रिगेड ने ली है।

पाकिस्तान को भारी नुकसान होने का अनुमान

आपको बता दे, पीएनएस सिद्दीकी (PNS Siddique) पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त के तुरबत में स्थित है। यहां पाकिस्तान के अमरीका द्वारा दिए गए मैरिटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट यानी समुद्री निगरानी करने वाले विमान तैनात है। इनका नाम Lockheed P-3 ओरियन है। इसके अलावा पाकिस्तान ने यहाँ बड़ी संख्या में चीनी ड्रोन्स को भी तैनात कर रखा है। ऐसे में इस आतंकी हमले में पाकिस्तान को भारी नुकसान होने का अनुमान है।

Lokheed P3 Orion of Pakistani Navy

बलूचिस्तान को पाकिस्तान से आजाद करना चाहती है बीएलए

आपको बता दें, बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) बलूचिस्तान को पाकिस्तान से आजाद करना चाहती है। जब भारत दो टुकड़ों में बंटा, तब भी बलोच लोगों ने अपने लिए अलग देश की मांग की थी लेकिन तब उनकी बात नहीं सुनी गई। कहा जा सकता है कि बलूचिस्तान अपनी आजादी के लिए 70 सालों से ज्यादा समय से उबल रहा है।

इसके अलावा पाकिस्तान की सेना आये दिन यहाँ के लोगों पर अत्याचार करती है। यहाँ से कई बार पाकिस्तानी सेना द्वारा नरसंहार की खबरें भी आती है। ऐसे में यहाँ के लोगों में पाकिस्तानी सेना और सरकार के खिलाफ नफरत है। यही कारण है कि बीएलए पाकिस्तानी सरकार और सेना से जुड़े ठिकानों को निशाना बनती रहती है।

चीनियों को भी निशाना बनाती है बीएलए

आपको बता दें, बलूचिस्तान खनिज सम्पदा से भरपूर है। यहां पाकिस्तान की सबसे बड़ी प्राकृतिक गैस फील्ड है। सोने जैसी कीमती धातुओं की खान है। हाल ही में पाकिस्तान ने चीनियों को यहाँ खनन की अनुमति दे दी थी। इस कारण अब चीनी भी बीएलए के निशाने पर आ गए हैं। बलूचिस्तान के लोग नहीं चाहते कि कोई और उनके संसाधनों का दोहन करे।

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