नई दिल्ली, उज्जवल इण्डिया न्यूज़ डेस्क। Kejriwal Arrest: दिल्ली शराब घोटाला मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की गिरफ़्तारी के बाद पूरे देश में सियासत तेज हो गयी। पूरी कांग्रेस (Congress) केजरीवाल की गिरफ़्तारी पर आंसू बहा रही है और इसे “लोकतंत्र की हत्या” करार दे रही है। कांग्रेस के युवराज राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) ने इस गिरफ्तारी को असंवैधानिक बताया है। वहीँ प्रियंका गाँधी (Priyanka Gandhi) ने भी इस गिरफ्तारी की आलोचना की है। हालाँकि कांग्रेस के मगरमच्छी आंसुओं के पीछे पार्टी का दोगलापन सामने आया है।
दरअसल, कांग्रेस शायद यह भूल गयी है कि वो कांग्रेस ही थी जो सबसे पहले दिल्ली शराब घोटाला मामले की शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंची थी और आधिकारिक तौर पर केजरीवाल का इस्तीफ़ा माँगा था। आज वही कांग्रेस केजरीवाल की गिरफ़्तारी को गलत ठहराने में जुटी है।
तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष ने लिखा था दिल्ली पुलिस को खत
आपको बता दें, इस संबंध में दिल्ली कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने जून 2022 में तत्कालीन दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना को एक पत्र लिख कर केजरीवाल सरकार की शराब नीति की शिकायत की थी। इस खत में उन्होंने केजरीवाल सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।
This is the complaint letter handed over to the Delhi Police by DPCC President @Ch_AnilKumarINC and other senior Delhi Congress leaders.
Kejriwal’s fraudulent liquor policy must be reversed immediately! pic.twitter.com/QEzZLNDGsJ
— AIPC Delhi (@DelhiAipc) June 3, 2022
तब कांग्रेस ने केजरीवाल पर क्या आरोप लगाए थे?
तत्कालीन कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने अपने खत में लिखा था कई कम्पनियों ने नई शराब नीति के तहत अवैध रूप से ठेके पाए हैं और एकाधिकार बाजार तैयार किया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि कई कम्पनियों ने फर्जी कम्पनियों के नाम से शराब नीलामी में हिस्सा लिया और बड़े अधिकारियों समेत मंत्रियों के कारण ठेके ले भी लिए।
अनिल कुमार ने आरोप लगाया था कि नई शराब नीति के तहत एक कम्पनी को दिल्ली के दो जोन में ही शराब बिक्री का ठेका दिया जा सकता है जबकि एक कम्पनी ने अलग अलग नाम धारण करके 4 जोन में ठेके लिए। अनिल कुमार ने अपने पत्र में इस बात के सबूत भी दिए थे।
उन्होंने आरोप लगाया था कि शराब नीति में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि शराब बनाने या उसको थोक में बेचने वाली कम्पनी को शराब खुदरा रूप से बेचने का लाइसेंस नहीं मिलेगा जबकि इस नियम का भी उल्लंघन किया गया। उन्होंने कहा था कि OASIS नाम की कम्पनी के लोगों ने फर्जी कम्पनियाँ बना कर सारे नियमों की धज्जियां उड़ाई।
कांग्रेस ने किया था प्रदर्शन
आपको बता दें, दिल्ली शराब घोटाला सामने आने के बाद कांग्रेस ने दिल्ली में कई प्रदर्शन भी किए थे और तब आबकारी मंत्री रहे मनीष सिसोदिया का इस्तीफ़ा भी माँगा था। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने इस दौरान कहा था कि मनीष सिसोदिया इन सभी भ्रष्टाचार वाली सौदेबाजी में लिप्त हैं।
अजय माकन ने की थी प्रेस कांफ्रेंस
इसके अलावा कांग्रेस नेता अजय माकन (Ajay Makan) ने भी दिल्ली शराब घोटाला मामले पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और आरोप लगाया था कि अरविन्द केजरीवाल ने कांग्रेस को हराने के लिए ₹100 करोड़ शराब माफिया से लिए। इससे पार्टी फंडिंग हुई।
कांग्रेस ने उस समय जिस जोर शोर से दिल्ली शराब घोटाले का मुद्दा उठाया था आज वही कांग्रेस इस मामले में ईडी की कार्रवाई पर आलोचना कर रही है। यह एक तरह से जनता को बेवकूफ बनाने का तरीका है जिस पर पार्टी चल रही है।
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