जयपुर, उज्जवल इण्डिया न्यूज़ डेस्क। राजस्थान के जयपुर के हवामहल से भाजपा विधायक बालमुकुंदाचार्य (Balmukund Acharya) एक बार फिर से चर्चा में हैं। इस बार चर्चा की वजह महाशिवरात्रि पर लम्बे समय से बंद एक प्राचीन शिव मंदिर में जाकर पूजा करना है। यह मंदिर मुस्लिम बहुल इलाके में स्थित है। यह मंदिर पिछले 31 साल से बंद पड़ा था। लेकिन भाजपा विधायक मंदिर पर लटक रहे ताले को आरी से काटकर अंदर घुसे और पूजा अर्चना की।
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पूजा के दौरान मुस्लिम पक्ष ने नाराजगी जताई और ‘अल्लाह हु अकबर’ के नारे लगाए। हालाँकि बालमुकुंदाचार्य ने एक न सुनी और पूजा करके ही दम लिया।
मुस्लिम विधायक के इलाके में है मंदिर
आपको बता दें, यह मंदिर आदर्श नगर विधान क्षेत्र में स्थित है। यहाँ से कांग्रेस के मुस्लिम नेता रफीक खान विधायक हैं। मंदिर की बदहाली को देखकर विधायक बालमुकुंदाचार्य (Balmukund Acharya) ने कांग्रेस के विधायक रफीक खान पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि यहां के रफीक खान विधायक हैं। यहां मंदिरों की हालत देख लो… गंदगी कचरा, यहां पहले बहुसंख्यक समाज रहता था। तब मंदिरों में पूजा होती थी…रख-रखाव था। किसी कारण वे यहां से चले गए। मंदिर और उसकी बगीची थी। यहां पर अब इन मंदिरों का संरक्षण करना है। ये हमारा संकल्प है। आज महाशिवरात्रि है। ऐसे में यहां पूजा की जा रही है। वहां रह रहे स्थानीय लोगों का कहना है कि वे भी इस मंदिर की रक्षा करते हैं। उन्होंने मंदिर में पूजा करने के लिए कई बार कहा पर कोई आया नहीं।
1993 से बंद है मंदिर
एक स्थानीय व्यक्ति का कहना है कि यह मंदिर 1993 यानी 31 साल से बंद है। जब भाजपा विधायक पूजा कर रहे थे तब आसपास के मुस्लिम वहाँ जमा हो गए और ‘अल्लाह हु अकबर’ के नारे लगाने लगे। इसके बावजूद मोहल्ले के मुस्लिम तबके के कुछ लोगों ने माहौल खराब करने का आरोप भाजपा विधायक पर ही मढ़ने की कोशिश की। मुस्लिम पक्ष ने कहा कि ये लोग खुद कभी मंदिर की सुध नहीं लेते हैं और बीजेपी के नेता जुम्मे के दिन (शुक्रवार) यहां शांति बिगाड़ने पहुंच गए। उन्होंने कहा कि, हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन भाजपा नेता यहां राजनीति करने आते हैं।
यह भी पढ़ें : भगवान कृष्ण के परपोते द्वारा बनवाये गए कुएं की पूजा में मुस्लिम पक्ष डाल रहा अड़ंगा, हाईकोर्ट पहुंचा मामला
पहले भी विवादों में रहे हैं बालमुकुंद
बालमुकुंद पहले भी अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं. इससे पहले उन्होंने कहा था कि ‘मुगलों की वजह से हिन्दुओं में रात में शादी के फेरे होने लगे थे।’, बालमुकुंद आचार्य ने सड़क और शहरों के नाम मुगलों पर होने का भी विरोध किया था।
बीते साल राजस्थान चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद भी बालमुकुंद अपने एक बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए थे। वो अपने समर्थकों के साथ मार्केट पहुंच गए थे, जहां नॉन वेज होटलों को बंद करने को कहा था. हालांकि बाद में अपने बयान से उन्होंने माफी मांग ली थी।