वाशिंगटन, उज्जवल इण्डिया न्यूज़ डेस्क। India-US Relation: अमेरिका ने भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले बांग्लादेशी पत्रकार को उसकी औकात याद दिला दी। दरअसल, एजेंडाबाज पत्रकार ने अमेरिकी सरकार से भारत में होने वाले चुनाव और लोकतंत्र को लेकर सवाल पूछा था। इसके जवाब में अमेरिकी सरकार के प्रवक्ता ने दो टूक कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका का एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार भी है।
सबसे खास बात ये है, कि बांग्लादेशी पत्रकार ने 40 सेकंड्स तक अमेरिकी सरकार के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से सवाल पूछा था, लेकिन मैथ्यू मिलर ने सिर्फ 9 सेकंड्स में जवाब देकर उसके प्रोपेगेंडा की पोल खोलकर रख दी।
भारत विरोधी सवाल पूछने में माहिर है पत्रकार
आपको बता दें, भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले इस बांग्लादेशी पत्रकार का नाम मुश्फिकुल फजल अंसारी (Mushfiqul Fazal Ansarey) है। हालिया समय में अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत और अमेरिका के संबंध, भारतीय लोकतंत्र, अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और सीएए को लेकर जो भी प्रतिक्रियाएं दी हैं, वो प्रतिक्रियाएं मुश्फिकुल फजल अंसारी के सवालों पर दी है।
मुश्फिकुल फजल अंसारी ने 27 मार्च को अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से अरविंद केजरीवाल को लेकर सवाल पूछा था और फिर यही सवाल 28 मार्च को संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता से भी पूछा था। वहीं, 16 अप्रैल को भी मुश्फिकुल फजल अंसारी ने ही भारत में होने वाले चुनाव पर सवाल उठाते हुए फिर से भारत के खिलाफ सवाल पूछा था, हालांकि इस बार अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने उनके 40 सेकेंड्स के सवाल का सिर्फ 9 सेकंड्स में जवाब देकर उनके प्रोपेगेंडा की हवा निकाल दी।

इस बार मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए मुश्फिकुल फजल अंसारी ने भारत में होने वाले चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाया था, जिसपर जवाब देते हुए मैथ्यू मिलर ने सिर्फ इतना कहा, कि “भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और भारत, अमेरिका का रणनीतिक पार्टनर है। भारत और अमेरिका के बीच संबंध ऐसे ही मजबूत बने रहेंगे।”
केजरीवाल की गिरफ़्तारी पर प्रतिक्रिया अमेरिका को पड़ गयी थी भारी
आपको बता दें, केजरीवाल की गिरफ़्तारी के सवाल पर जवाब देना अमेरिका को भारी पड़ गया था। केजरीवाल की गिरफ़्तारी पर अमेरिका की टिप्पणियों से भारत इतना नाराज हो गया था कि मोदी सरकार ने अमेरिकी दूतावास के अधिकारी को तलब कर फटकार लगाई थी और साथ ही अमेरिका को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने की नसीहत दे डाली थी। अमेरिका की ताजा प्रक्रिया से ऐसा लगता है, कि अमेरिका ने भारत के अंदरूनी मामले में बोलने से परहेज करना शुरू कर दिया है।

कौन हैं मुश्फिकुल फजल अंसारी?
आपको बता दें, मुश्फिकुल फजल अंसारी (Mushfiqul Fazal Ansarey) खुद को एक पत्रकार बताते हैं, लेकिन भारत विरोधी बातें फैलाने का उनका लंबा इतिहास रहा है। बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया हुआ है। उन पर पाकिस्तान और आईएसआई के साथ संबंध रखने के भी आरोप लगते रहे हैं। अंसारी अपने लेखों में अक्सर बांग्लादेश के राजनीतिक घटनाक्रम के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं।
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