नई दिल्ली, उज्जवल इंण्डिया न्यूज़ डेस्क। Sensex: अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसलों से ठीक पहले बुधवार को बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। हालाँकि बाजार हरे निशान पर बंद होने में सफल रहा। बीएसई का सेंसेक्स 89.64 अंक या 0.12% की तेजी के साथ 72,101.69 अंक पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स निफ्टी 21.65 अंक या 0.099%% बढ़कर 21,839.10 के स्तर पर बंद हुआ। इस तेजी के चलते शेयर बाजार के निवेशकों की संपत्ति दिन भर में करीब 30,000 करोड़ रुपये बढ़ गई।
बुधवार के कारोबार के दौरान ऑयल एंड गैस, पावर, टेलीकॉम और रियल्टी शेयरों में सबसे अधिक तेजी देखने को मिली। दूसरी ओर मेटल, कमोडिटी, फाइनेंशियल और आईटी शेयरों में गिरावट का रुख रहा। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.05 फीसदी की मामूली तेजी, वहीं स्मॉलकैप इंडेक्स 0.14 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ।
Sensex के इन शेयरों में रही तेजी
बीएसई सेंसेक्स के 30 में से 20 शेयर बुधवार को तेजी के साथ बंद हुए। इसमें भी हाइब्रिड वाहनों पर टैक्स कटौती की उम्मीद के चलते मारुति सुजुकी के शेयरों में सबसे अधिक 2.92% की तेजी रही। इसके बाद नेस्ले इंडिया, पावर ग्रिड, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के शेयरों में सबसे अधिक तेजी रही और ये 1.55% से लेकर 2.22 फीसदी तक की तेजी के साथ बंद हुए।
इन शेयरों में रही गिरावट
वहीं सेंसेक्स के बाकी 10 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। डॉलर इंडेक्स में तेजी की वजह से मेटल स्टॉक्स लाल निशान में बंद हुए। इस कारण टाटा स्टील का शेयर 1.98 फीसदी की गिरावट के साथ टॉप लूजर्स रहा। वहीं एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी बैंक और हिंदु्स्तान यूनिलीवर के शेयर 1.21% से लेकर 1.53 फीसदी की गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए।
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इतना हो गया मार्केट कैप
बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 20 मार्च को बढ़कर 374.22 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन यानी मंगलवार 19 मार्च को 373.92 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप करीब 30,000 करोड़ रुपये बढ़ा है। या दूसरे शब्दों में कहें तो निवेशकों की वेल्थ में करीब 30,000 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।