नई दिल्ली, उज्जवल इण्डिया न्यूज़ डेस्क। रूस यूक्रेन युद्ध : भारत में अभी लोकसभा चुनाव हुए भी नहीं हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विदेश से चुनाव बाद के आमंत्रण आने लगे हैं। रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपतियों ने पीएम मोदी को लोकसभा-चुनाव बाद अपने अपने देश आने का न्योता दिया है और कहा कि वे भारत को शांतिदूत के रूप में देखते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस यूक्रेन युद्ध के बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दुबारा राष्ट्रपति चुने जाने के बाद उनसे फ़ोन पर बातचीत की। इसके कुछ ही घंटों के बाद पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी बात की। जेलेंस्की और पुतिन दोनों ने प्रधानमंत्री मोदी को लोकसभा चुनाव के बाद अपने देश का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया है। साथ ही दोनों ने ये भी कहा है कि वो भारत को समझौता करा कर शांति स्थापित कराने वाले देश के रूप में देखते हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने आखिरी बार 2018 में रूस का दौरा किया था।
पुतिन-जेलेंस्की को भी पता “आएगा तो मोदी ही”
पीएम मोदी को न्योता मिलना ये भी दिखाता है कि अन्य देश भी ये मान कर चल रहे हैं कि बतौर प्रधानमंत्री लगातार तीसरी बार उनकी वापसी तय है और जनादेश उनके ही पक्ष में जाने वाला है। इसलिए वे चुनाव परिणामों का इन्तजार किये बिना पीएम मोदी को अपने अपने देश में आमंत्रित कर रहे हैं।
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रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीते हैं व्लादिमीर पुतिन
आपको बता दें, रूस के कद्दावर नेता व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में भारी मतों से जीत हासिल की है। पुतिन के सामने नाममात्र के सिर्फ तीन उम्मीदवार थे और रूस यूक्रेन युद्ध का विरोध करने वाले किसी भी व्यक्ति को पुतिन के खिलाफ चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी गयी थी।
रूस के चुनाव आयोग के मुताबिक पुतिन को 87.17% वोट प्राप्त हुए हैं। इससे पहले 2000, 2004, 2012 और 2018 में भी वो राष्ट्रपति का चुनाव जीत चुके हैं। पश्चिमी देशों ने इस चुनाव को अलोकतांत्रिक करार दिया है।
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