नई दिल्ली, उज्जवल इंण्डिया न्यूज़ डेस्क। Lok Sabha Elections 2024: भाजपा का घोषणा पत्र जारी होने के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को एक इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने 2047 तक विकसित भारत के अपने एजेंडे को लेकर बात की। पीएम मोदी से जब पूछा गया कि ‘यह तो सिर्फ ट्रेलर है’ का क्या मतलब होता है, तो इस सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ‘जब मैं कहता हूं कि मेरे पास बड़ी योजनाएं हैं, मेरे मन में बहुत बड़े-बड़े प्लान हैं, तो किसी को डरना नहीं चाहिए। मेरे निर्णय किसी को डराने के लिए नहीं हैं। मेरे निर्णय देश के सर्वांगीण विकास के लिए हैं।

मैं अभी बहुत कुछ करना चाहता हूं : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा कि ज्यादातर सरकारों का स्वाभाव होता है कि उन्हें लगता है कि उन्होंने सब कुछ कर लिया लेकिन मैं ऐसा नहीं मानता कि मैंने सब कुछ कर लिया। मैंने ज्यादा से ज्यादा करने का प्रयास किया है। सही दिशा में जाने का प्रयास किया है। बावजूद इसके बहुत कुछ है, जो मुझे अभी भी करना है। मुझे पता है कि देश में बहुत चीजों की आवश्यकता है। हर परिवार के बहुत सपने होते हैं, उनका सपना कैसे पूरा किया जाए, वह मेरे दिल में है। इसलिए मैं कहता हूं कि जो हुआ वह बस ट्रेलर है। मैं अभी बहुत कुछ करना चाहता हूं।
एक राष्ट्र-एक चुनाव से देश को फायदा: पीएम मोदी
एक राष्ट्र-एक चुनाव पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह हमारी प्रतिबद्धता है। हमने इसके लिए समिति बनाई, जिसे कई लोगों ने अपने सुझाव दिए। एक राष्ट्र-एक चुनाव योजना को लेकर सकारात्मक सुझाव आए हैं। अगर हम इस रिपोर्ट को लागू कर पाए तो देश को बहुत फायदा होगा।

पीएम मोदी ने कहा कि बार बार चुनाव होने से देश को नुकसान होता है। गुजरात का मुख्यमंत्री रहते मैंने स्वयं इसका अनुभव किया है। बार-बार चुनाव होने पर मेरे राज्य से 30-40 अधिकारी पर्यवेक्षक के तौर पर इलेक्शन ड्यूटी में जाते थे। ऐसे में वे 40-50 दिनों तक बाहर रहते थे। मुझे इस बात की चिंता होती थी कि मैं किस तरह सरकार चलाऊंगा? इस देश में चुनाव होते रहते हैं और पर्यवेक्षक बनने के लिए अधिकारी जाते रहेंगे।
करदाताओं का सम्मान करना चाहिए
पीएम ने कहा कि देश में करदाताओं का सम्मान होना चाहिए। जब मैं गरीबों के लिए घर बनाता हूं तो उस ईंट का भुगतान करदाता करता है। करदाताओं के कारण ही मैं गरीब को मुफ्त राशन दे पाता हूं। करदाताओं के कारण जरूरतमंद को खाना मिलता है।
पीएम मोदी ने कहा कि लोगों को सरकार पर भरोसा है, इसलिए कर संग्रह में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। पिछले 10 साल के शासन में आईटीआर फाइल धारकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। पहले चार करोड़ से भी कम लोग आईटीआर फाइल करते थे, अब आठ करोड़ से अधिक लोग आईटीआर फाइल कर रहे हैं।
राहुल गांधी और कांग्रेस पर कसा तंज
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “दुर्भाग्य से आज हमारे यहां शब्दों के प्रति कोई जिम्मेदारी ही नहीं है। इनके हर विचार विरोधाभासी हैं और लोग जब यह देखते हैं तो उन्हें लगता है कि यह नेता देश के लोगों की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहा है। हाल ही में इनका एक वीडियो मैंने देखा, जिसमें वे कह रहे थे कि मैं एक झटके में गरीबी मिटा दूंगा। जो लोग पांच-छह दशकों तक सत्ता में रहे और फिर भी ऐसा बोलें तो देशवासी सोचते हैं कि यह आदमी कह क्या रहा है।

तमिलनाडु में सत्ताधारी DMK की हालिया ‘सनातन विरोधी’ टिप्पणी और उस पर वहां की जनता के आक्रोश पर प्रधानमंत्री ने कहा, “कांग्रेस से पूछा जाना चाहिए कि सनातन के खिलाफ इतना जहर उगलने वाले लोगों के साथ बैठना उनकी क्या मजबूरी है? कांग्रेस की मानसिकता में ये कौन सी विकृति है। कांग्रेस ने अपना मूल कैरेक्टर गंवा दिया है क्या? जब संविधान बना तो उसमें सनातन का गौरवपूर्ण हिस्सा था। आज कांग्रेस उन्ही सनातन के खिलाफ कमेंट करने वालों के बीच बैठ रही है। ये देश के लिए चिंता का विषय है।”
इलेक्टोरल बॉन्ड विवाद पर भी बोले पीएम मोदी
इलेक्टोरल बॉन्ड विवाद पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में लंबे समय से यह चर्चा चल रही है कि देश के चुनावों में काले धन का खेल खत्म होना चाहिए। चुनाव में पैसा खर्च होता है, इससे कोई इनकार नहीं कर सकता। मेरी पार्टी भी खर्च करती है, सभी पार्टियां, उम्मीदवार खर्च करते हैं और पैसा लोगों से लेना पड़ता है।”
उन्होंने कहा, “मैं चाहता था कि हम चुनावों को इस काले धन से मुक्ति दिलाने के लिए कुछ कोशिश करें? मेरे मन में एक शुद्ध विचार था। हम रास्ता ढूंढ रहे थे। हमने एक छोटा सा रास्ता खोजा, हमने कभी यह दावा नहीं किया कि यह बिल्कुल सही रास्ता है।”
प्रधानमंत्री ने कहा “चुनावी बॉन्ड के कारण आपको पैसे का पता चल रहा था। किस कंपनी ने दिया या कैसे दिया? उन्होंने इसे कहां दिया? और इसीलिए मैं कहता हूं कि जब वे (विपक्ष) ईमानदारी से सोचेंगे, तो हर किसी को पछतावा होगा।”
पीएम मोदी ने इलेक्टोरल बांड पर झूठ फैलाने के लिए विपक्ष पर भी हमला किया और कहा कि स्कीम के जरिए दान देने वाली 3,000 कंपनियों में से 26 को ED जैसी जांच एजेंसियों की कार्रवाई का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि इन 26 कंपनियों में से 16 ऐसी थीं, जिन्होंने चुनावी बांड लिए थे, “इनमें से (16 कंपनियों) 37 प्रतिशत राशि बीजेपी को और 63 प्रतिशत बीजेपी विरोधी विपक्षी दलों को गई।
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