नई दिल्ली, उज्जवल इण्डिया न्यूज़ डेस्क। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है। केरल में चार बार मुख्यमंत्री रहे करुणाकरण की बेटी पद्मजा वेणुगोपाल ने भाजपा का दामन थाम लिया है। दिल्ली में प्रकाश जावड़ेकर ने उन्हें सदस्यता दिलाई। बताया जा रहा है कि वो लंबे वक्त से कांग्रेस नेतृत्व से नाराज चल रही थीं और बीते दिनों से उम्मीद लगाई जा रही थी कि वो पार्टी छोड़ सकती हैं।
पार्टी छोड़ने के बाद पद्मजा ने क्या कहा
सदस्यता ग्रहण करने के बाद पद्मजा ने कहा कि अपने सियासी करियर में वे पहली बार राजनीतिक दल बदल रही हैं। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से कांग्रेस की कार्यशैली से नाखुश थीं। उन्होंने कहा कि भाजपा का दामन उन्होंने बिना किसी शर्त के थामा है। कांग्रेस नेताओं ने उनके फोन उठाना बंद कर दिए थे।
पद्मजा वेणुगोपाल का आरोप है कि कांग्रेस आलाकमान तक अपनी पीड़ा और शिकायत पहुंचाने के बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि वे केरल से दिल्ली कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मिलने आईं, लेकिन उन्होंने भाव नहीं दिया। किसी ने मिलने की जहमत नहीं उठाई। मेरे पिता के साथ भी इन लोगों ने इसी तरह का व्यवहार किया था। वो भी पार्टी से नाराज थे। तभी मैंने यह निर्णय लिया है। पद्मजा ने कहा कि मैं सोनिया गांधी का बहुत सम्मान करती हूं लेकिन उन्होंने मुझे कभी समय नहीं दिया।
पद्मजा वेणुगोपाल ने आगे कहा, मैं शांति से काम करना चाहती हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में कोई नेतृत्व नहीं है, लेकिन बीजेपी में मोदी जी का बहुत मजबूत नेतृत्व है और इसी लिए मैंने बीजेपी ज्वाइन की है।
4 बार केरल के सीएम रहे हैं के. करुणाकरण
आपको बता दें, पद्मजा के पिता के. करुणाकरण चार बार केरल के सीएम रहे हैं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। करुणाकरण एक मंझे हुए नेता थे और उनके समर्थक उन्हें ‘चाणक्य’ कहते थे। उनके बेटे के मुरलीधरन कांग्रेस से सांसद हैं। चर्चा है कि पद्मजा को बीजेपी लोकसभा चुनाव में उतार सकती है।