इस्लामाबाद, उज्जवल इण्डिया न्यूज़ डेस्क। जहाँ एक और भारत के विपक्षी दल ईवीएम (EVM) पर हार का ठीकरा फोड़ते हुए इल्जाम लगा देते हैं कि ईवीएम हैक हो सकती है वहीँ दूसरी तरफ पड़ौसी मुल्क पाकिस्तान में आवाज़ उठ रही है कि अगर वहाँ EVM से चुनाव होते तो इतनी धाँधली नहीं होती। जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि अगर EVM से चुनाव होते तो फिर चुनाव की सारी गड़बड़ियों का समाधान मात्र एक घंटे में हो जाता। अदियाला जेल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने ये बातें कही।
चुनाव आयोग पर भी लगाए गंभीर आरोप
इमरान खान ने इस दौरान दौरान पाकिस्तान के चुनाव आयोग पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने कुछ राजनीतिक दलों और सत्ता में बैठे लोगों के साथ मिल कर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को चुनाव में इस्तेमाल नहीं होने दिया।
इमरान ने कहा कि उन अधिकारियों पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए, जिन्होंने आम चुनावों में जनमत की चोरी की। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी को 3 करोड़ वोट्स मिले, जबकि बाकी की 17 राजनीतिक पार्टियों को मिला कर इतने ही वोट मिले।
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आईएमएफ में भी उठाया था धांधलियों का मुद्दा
इमरान खान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के समक्ष उन्होंने चुनाव में अनियमितताओं का मुद्दा उठाया था और गैर सरकारी संगठनों ने भी चुनावी प्रक्रिया में खामियों को इंगित किया था। लेकिन सबसे पहले तो पीटीआई से उसका चुनाव चिन्ह बैट ही छीन लिया गया। फिर पूर्व सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ साजिश करते हुए उसे आरक्षित सीटें भी नहीं दीं। पूर्व प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि उनके मतों को चुराना संविधान के अनुच्छेद छह के अनुसार देशद्रोह है।