नई दिल्ली, उज्जवल इण्डिया न्यूज़ डेस्क। कांग्रेस के सहयोगी दल डीएमके के सांसद ए राजा ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान सनातन धर्म और भारत के खिलाफ एक बार फिर जहर उगला है। उन्होंने न सिर्फ सनातन धर्म पर अपमान जनक टिप्पणियां की, बल्कि भारत को एक देश मानने तक से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि भारत एक देश नहीं है और हम सब राम के दुश्मन हैं। इतना ही नहीं ए राजा ने हनुमान जी की तुलना बंदर से भी की।
सनातन और भारत के खिलाफ क्या उगला जहर
रविवार को कोयम्बटूर में एक सभा को संबोधित करते हुए ए राजा ने कहा कि “अगर आप कहें कि ये आपके जय श्रीराम है, अगर ये आपकी भारत माता की जय है तो हम उस जय श्रीराम और भारत माता की जय को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। तमिलनाडु स्वीकार नहीं करेगा। तुम जाकर बताओ, हम राम के शत्रु हैं।” उन्होंने कहा कि मुझे रामायण और भगवान राम पर विश्वास नहीं है। ए राजा ने भगवान हनुमान की तुलना बंदर से करते हुए ‘जय श्री राम’ के नारे को घृणास्पद बताया। साथ ही भगवान राम को मानने वालों को बेवकूफ भी करार दिया।
ए राजा यहीं नहीं रूके। उन्होंने भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा, “भारत एक राष्ट्र नहीं है। इस बात को अच्छे से समझ लें। भारत कभी एक राष्ट्र नहीं था। एक राष्ट्र का अर्थ है एक भाषा, एक परंपरा और एक संस्कृति। तभी यह एक राष्ट्र है। भारत एक राष्ट्र नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है। यहाँ तमिल एक राष्ट्र है। मलयालम एक भाषा और एक राष्ट्र है। उड़िया एक भाषा और एक देश है। ये सब देश मिलकर भारत बनाते हैं।”
भाजपा ने साधा निशाना
जाहिर सी बात है भाजपा इस तरह के बयानों को लेकर चुप नहीं बैठेगी। राजा के विवादित बयानों से नाराज होकर, भाजपा ने कांग्रेस और I.N.D.I. गठबंधन के दूसरे दलों की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए, उनसे जवाब मांगा है। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि “वह (ए राजा) कह रहे हैं कि हम कभी भी ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ को स्वीकार नहीं करेंगे…तो क्या सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे भी उनकी बात से सहमत हैं? क्या डीएमके नेता ऐसी ही अपमानजनक टिप्पणियां किसी दूसरे धर्म के भगवानों के खिलाफ कर सकते हैं?”
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