नई दिल्ली, उज्जवल इण्डिया न्यूज़ डेस्क। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले केंद्रीय कर्मचारियों के लिए खुशखबरी आई है। केंद्र की मोदी सरकार ने महंगाई भत्ते में 4 फीसदी के इजाफे को मंजूरी दे दी है। अब कर्मचारियों को 50 फीसदी महंगाई भत्ता मिलेगा। ये महंगाई भत्ता 1 जनवरी 2024 से लागू होगा। मार्च के अंत में सैलरी से साथ इसे क्रेडिट किया जाएगा। कुल दो महीने का एरियर भी इसमें जुड़कर आएगा। ये लगातार चौथी बार है, जब महंगाई भत्ते में 4 फीसदी का इजाफा हुआ है। महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी से सरकारी खजाने पर 12,868.72 रुपए का बोझ बढ़ेगा।
50 फीसदी के बाद 0 हो जाएगा महंगाई भत्ता
जनवरी 2024 से केंद्रीय कर्मचारियों को 50 फीसदी डीए मिलेगा। लेकिन, इसके बाद महंगाई भत्ते को जीरो कर दिया जाएगा। इसके बाद महंगाई भत्ते की गणना 0 से शुरू होगा। 50 फीसदी डीए को कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में जोड़ दिया जाएगा। मान लीजिए अगर किसी कर्मचारी के पे-बैंड के हिसाब से न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 रुपए है तो 50 फीसदी का 9000 रुपए उसकी सैलरी में जोड़ दिया जाएगा।
जीरो क्यों किया जाएगा महंगाई भत्ता?
जब भी नया वेतनमान लागू किया जाता है कर्मचारियों को मिलने वाले DA को मूल वेतन में जोड़ दिया जाता है। जानकारों का कहना है कि यूं तो नियम कर्मचारियों को मिलने वाले शत-प्रतिशत डीए को मूल वेतन में जोड़ना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाता। वित्तीय स्थिति आड़े आती है। हालांकि, साल 2016 में ऐसा किया गया। उससे पहले साल 2006 में जब छठा वेतनमान आया तो उस समय पांचवें वेतनमान में दिसंबर तक 187 प्रतिशत DA मिल रहा था। पूरा डीए मूल वेतन में मर्ज दिया गया था। इसलिए छटे वेतनमान का गुणांक 1.87 था। तब नया वेतन बैंड और नया ग्रेड वेतन भी बनाया गया था। लेकिन, इसे देने में तीन साल लग थे।