नई दिल्ली, उज्जवल इण्डिया न्यूज़ डेस्क। Lok Sabha Elections 2024: दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी (BJP) लोकसभा चुनाव 2024 में मिशन-400 पार के लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक खास रणनीति के तहत काम कर रही है। मिशन-400 पार के लक्ष्य को साकार करने के लिए भाजपा की कोशिश दूसरे दलों के नेताओं को अपने से जोड़ने की है ताकि वह अपने मिशन-400 पार को धार दे सके। इसका असर भी नजर आ रहा है। जानकारी मिली है कि अबतक विपक्षी दलों के 80 हजार से अधिक कार्यकर्ता और नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
इस काम के लिए भाजपा ने बनाई थी ज्वाइनिंग कमेटी
पार्टी ने इस काम के लिए ज्वाइनिंग कमेटी बनाई थी। इस कमेटी का काम केवल विपक्षी दल के नेताओं को भाजपा में शामिल करवाना था। इसमें अलग अलग नेताओं को देश के अलग-अलग हिस्से की जिम्मेदारी देकर वहां के नेताओं को भाजपा में शामिल कराने का लक्ष्य दिया था।
इस कमेटी में विनोद तावड़े, रविशंकर प्रसाद, अनुराग ठाकुर, भूपेंद्र यादव और राजीव चंद्रशेखर शामिल हैं। कमेटी में अनुराग ठाकुर और विनोद तावड़े के जिम्मे उत्तर भारत, राजीव चंद्रशेखर के जिम्मे दक्षिण भारत, भूपेन्द्र यादव के पास मध्य भारत और रविशंकर प्रसाद के पास पूर्वी भारत के राज्यों के विपक्ष के मजबूत नेताओं की पहचान कर भाजपा में शामिल कराने की जिम्मेदारी है। कमेटी के संयोजक भाजपा महासचिव विनोद तावड़े हैं।
शामिल नेताओं में छोटे से लेकर बड़ा नेता शामिल
भाजपा में अब तक जिन नेताओं की ज्वाइनिंग हुई है, उनमें जिला स्तर से लेकर केंद्रीय स्तर तक के छोटे बड़े नेता शामिल हैं। भाजपा से जुड़ने वाले विपक्षी दलों के नेताओं का कारवां फिलहाल थमने वाला नहीं है। माना जा रहा है कि अभी और भी कई बड़े नाम हैं जो भाजपा के साथ आने के इच्छुक हैं। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। हालांकि भाजपा ने एक लाख नेताओं को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य रखा है।
कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक चल रहा ऑपरेशन लोटस
आपको बता दें, भाजपा का ऑपरेशन लोटस पूरे देश में जोर शोर से चल रहा है। इस कारण भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं की लिस्ट लगातार लंबी होती जा रही है। ऑपरेशन लोटस के तहत भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में कांग्रेस छोड़कर आए नवीन जिंदल, परिणिति कौर, सुरेश पचौरी, रवनीत सिंह बिट्टू, सुशील कुमार रिंकू, शीतल अंगुराल, अशोक चव्हाण, राजेश मिश्रा, अजय कपूर आदि नाम शामिल हैं। इसके अलावा भाजपा ने केरल के कई बड़े नेताओं तथा तमिलनाडु से AIADMK के कई पूर्व विधायकों और पूर्व सांसदों को भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई है।
इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के 6 विधायकों ने तो भाजपा के पाले में आकर अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कांग्रेस से बगाबत करके आए सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, राजिंदर राणा, इंतर दत्त, चेतन्य शर्मा और देविंदर भुट्टो को बीजेपी की सदस्यता दिलावाई थी।
मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा पलायन
विपक्षी दलों में सबसे ज्यादा टूटन मध्य प्रदेश में देखने को मिली है। एमपी में लगभग 10 हजार कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए हैं। कांग्रेस से इस पलायन में ब्लॉक स्तर से लेकर जिला और विधानसभा स्तर के नेता शामिल हैं। भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा की मानें तो इस साल जनवरी से लेकर अबतक करीब 10,000 नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है।
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